UGC Approved Journal no 63975(19)

ISSN: 2349-5162 | ESTD Year : 2014
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Volume 11 | Issue 4 | April 2024

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Published in:

Volume 8 Issue 11
November-2021
eISSN: 2349-5162

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Published Paper ID:
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316686

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a539-a546

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Jetir RMS

Title

नरेंद्र मोदी काल में भारतीय विदेश नीति के समक्ष चुनौतियां भारत की पूर्व की और देखो नीति नीति (ए रोड फॉर ग्लोबल पावर)

Abstract

किसी भी राष्ट्र की विदेश नीति उसके नीति निर्माताओं द्वारा बनाई तथा लागू की जाती है। ऐसे करते समय वे राष्ट्रीय हितों का आंतरिक तथा बाहरी वातावरण तथा राष्ट्रीय मूल्यों को ध्यान में रखते हैं। इनका विश्लेषण करते समय उनकी अपनी धारणाएं तथा राष्ट्र अपने अधिमान होते हैं। जो तत्व विदेशी नीति के निर्धारक तत्व कहा जाता है। किसी अन्य राष्ट्र की विदेश नीति की भांति भारतीय विदेश नीति भी कई कारकों अथवा तत्वों और घटको द्वारा निर्धारित हुआ है निर्धारित है। जिसमें सर्वप्रथम तक उसका भूगोल है। पूर्व की ओर देखो नीति भारत द्वारा दक्षिण पूर्व एशिया के देशों के साथ बड़े पैमाने पर आर्थिक और सामाजिक संबंधों को विस्तार देने और भारत को एक क्षेत्रीय शक्ति के रूप में स्थापित करने और इसके इलाके में चीन के प्रभाव को संतुलित करने के उद्देश्य से बनाई गई नीति है। वर्ष 1991 में नरसिम्हा राव सरकार तथा मनमोहन सिंह सरकार द्वारा शुरू की गई इस नीति के साथ ही भारत के विदेश नीति के परिपेक्ष में एक नई दिशा और नए अवसर के रूप में देखा गया और बाजपेई सरकार तथा मनमोहन सरकार ने भी इसे अपने कार्यकाल में लागू किया। भारतीय विदेश नीति में 1990 के दशक में नया मोड़ आया इससे पहले नेहरू की नीति का अनुसरण किया आर्थिक व्यवस्था में भी बदलाव आया था पूर्णविराम जब नरसिम्हा राव प्रधानमंत्री थे उनकी सरकार में मनमोहन सिंह वित्त मंत्री थे उन्होंने विदेशी कंपनियों को व्यापार के लिए आमंत्रण दिया गया जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार आया। इस दशक में यह कहा जाने लगा कि आगे पूंजीवादी व्यवस्था का वर्चस्व भी रहेगा। यह समय था जब भारत ने आर्थिक और सामरिक शक्तियों का विकास हो रहा था। पूर्व की ओर देखो नीति का अनुसरण किया जाने लगा था पड़ोसी देश इंडोनेशिया फिलीपींस थाईलैंड आदि। इसके पीछे वैचारिक मत यह था कि यूरोपीय देशों की असफलता के लिए सैलरी देना भी दुश्वार हो गया था तब अमेरिका की स्थिति मजबूत थी। अमेरिका चीन और भारत धीरे-धीरे बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में उभरने लगा। अमेरिका इराक तथा अफगानिस्तान पर हस्तक्षेप के कारण आर्थिक स्थिति में गिरावट आई। चुनौतियां आतंकवाद अलगाववाद माओवाद तथा आर्थिक स्थिति को नकारा नहीं जा सकता साथ ही बहुत भव्य होते हो विश्व व्यवस्था सुरक्षा और रणनीति के चिंता तथा पड़ोसी देशों के साथ सीमा विवाद आदि। जिस प्रकार नेहरू थे तब उन्होंने विदेश मंत्रालय अपने पास ही रखा वैसे ही मोदी को भी चाहिए था कि वह विदेश मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार संभाले। भारतीय विदेश नीति के भाग विधाता हुआ निर्माता के रूप में पंडित जवाहरलाल नेहरू का नाम अग्रणी है। विदेश नीति किसी भी पड़ोसी देश से अपने देश के व्यवहार तथा संबंधों पर आधारित होती है। विपरीत परिस्थितियों में पश्चात भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय विदेश नीति को नया मोड़ दिया। जिसमें उन्होंने भारतीय व्यापार और उद्योग को बढ़ावा देने हेतु मेक इन इंडिया कैंपेन चलाया। 2014 में आई भाजपा की सरकार में रहते तथा 14 बार विदेश यात्रा करने में कुछ राष्ट्रों में दो बार भी जाना पड़ा वहां के उद्यमियों से मुलाकात की जिस का उद्देश भारत में रोजगार के शुभ अवसर को लाना था। इसके इन दोनों पर प्राचीन आरोप लगाया गया।

Key Words

विचारधारा, नेतृत्व, भूमिका, गुटनिरपेक्षता, तथा क्षमता

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"नरेंद्र मोदी काल में भारतीय विदेश नीति के समक्ष चुनौतियां भारत की पूर्व की और देखो नीति नीति (ए रोड फॉर ग्लोबल पावर)", International Journal of Emerging Technologies and Innovative Research (www.jetir.org), ISSN:2349-5162, Vol.8, Issue 11, page no.a539-a546, November-2021, Available :http://www.jetir.org/papers/JETIR2111070.pdf

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"नरेंद्र मोदी काल में भारतीय विदेश नीति के समक्ष चुनौतियां भारत की पूर्व की और देखो नीति नीति (ए रोड फॉर ग्लोबल पावर)", International Journal of Emerging Technologies and Innovative Research (www.jetir.org | UGC and issn Approved), ISSN:2349-5162, Vol.8, Issue 11, page no. ppa539-a546, November-2021, Available at : http://www.jetir.org/papers/JETIR2111070.pdf

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Published Paper ID: JETIR2111070
Registration ID: 316686
Published In: Volume 8 | Issue 11 | Year November-2021
DOI (Digital Object Identifier):
Page No: a539-a546
Country: betul, Madhaya Pradesh, India .
Area: Arts
ISSN Number: 2349-5162
Publisher: IJ Publication


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