UGC Approved Journal no 63975(19)

ISSN: 2349-5162 | ESTD Year : 2014
Call for Paper
Volume 11 | Issue 4 | April 2024

JETIREXPLORE- Search Thousands of research papers



WhatsApp Contact
Click Here

Published in:

Volume 8 Issue 11
November-2021
eISSN: 2349-5162

UGC and ISSN approved 7.95 impact factor UGC Approved Journal no 63975

7.95 impact factor calculated by Google scholar

Unique Identifier

Published Paper ID:
JETIR2111195


Registration ID:
317051

Page Number

b767-b774

Share This Article


Jetir RMS

Title

जनजातीय महिलाओं की पंचायत में भागीदारी एक अध्ययन

Abstract

स्वतंत्र भारत के आरंभिक वर्षों से लेकर वर्तमान समय तक के जनजातियों के मध्य मानव शास्त्रीय अध्ययनों पर्पल दिया। जिसमें सर्वदा अध्ययनों की इस प्रक्रिया के अंतर्गत नए आयामों को गढ़ा जाने लगा। जो प्रक्रिया अभी भी जारी है। भारतीय वैदिक इतिहास में दृष्टि की मेरुदंड के रूप में माना गया है। जो किसी भी राष्ट्र की सांस्कृतिक एवं राजनीतिक संस्कृति का परिचायक है। ज्ञातव्य विभिन्न संस्कृतियों का निर्माण में नारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है इससे हम झुठला नहीं सकते किंतु यह भी कटु सत्य की नारी की स्थिति में निरंतर बदलाव आए हैं नारी की यही स्थिति ने प्रत्येक युग में समाज व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया है जो चिंतन का प्रमुख विषय रही है। भारतीय स्वतंत्रता के 71 वर्ष एवं भारतीय संविधान के क्रियाशीलता के 79 वर्ष पूर्ण होने के पश्चात भी भारतीय नारियों की जिसमें अनुसूचित जनजाति महिलाओं भी सम्मिलित है। जिसमें शैक्षणिक सामाजिक आर्थिक राजनीतिक स्थिति में कोई ज्यादा सुधार नहीं आया है जहां तक बात अनुसूचित जनजाति की महिलाओं की करें तो पाते हैं कि उनमें प्रकृतिक वस्तु का अनुसरण कर उन्हें अपनी जीविका उपार्जन तक सीमित रखा है। पिछले कुछ समय से भारतीय राजनीति में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बड़ा है जिसे किस हद तक बढ़ा है यह एक विचारणीय प्रश्न है? जो कुछ प्रतिनिधित्व प्राप्त हुआ है उसमें महिलाओं की क्या भूमिका रही है? अपनी सहभागिता को किस रूप में देखते हैं? यह राजनीतिक सहभागिता नाम मात्र की है या कार्यात्मक रूप में प्रगट है? राजनीतिक निर्णय में उनकी कितनी सहभागिता या सहमति है? लोकसभा एवं विधानसभा के आम चुनाव में सीटों को लेकर उनकी क्या समझ है? राजनीति में आरक्षण के बावजूद कौन प्रधान तथा 4 को जनजाति की महिलाओं को राजनीतिक दल व पार्टी के सदस्य इन्हें उम्मीदवार क्यों नहीं बनाया बनाते? उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रीय पार्टी एवं क्षेत्रीय पार्टी में उम्मीदवार के रूप में नहीं उतारती? तथा यह जनजातियां प्राया प्रयास करते हैं कि करते हैं या नहीं इन प्रश्नों को जानना है तथा इस शोध के माध्यम से इसका उत्तर प्राप्त किया जाना है

Key Words

जनजाति, भागीदारी, कानून, पंचायती राज, राजनीति।

Cite This Article

"जनजातीय महिलाओं की पंचायत में भागीदारी एक अध्ययन", International Journal of Emerging Technologies and Innovative Research (www.jetir.org), ISSN:2349-5162, Vol.8, Issue 11, page no.b767-b774, November-2021, Available :http://www.jetir.org/papers/JETIR2111195.pdf

ISSN


2349-5162 | Impact Factor 7.95 Calculate by Google Scholar

An International Scholarly Open Access Journal, Peer-Reviewed, Refereed Journal Impact Factor 7.95 Calculate by Google Scholar and Semantic Scholar | AI-Powered Research Tool, Multidisciplinary, Monthly, Multilanguage Journal Indexing in All Major Database & Metadata, Citation Generator

Cite This Article

"जनजातीय महिलाओं की पंचायत में भागीदारी एक अध्ययन", International Journal of Emerging Technologies and Innovative Research (www.jetir.org | UGC and issn Approved), ISSN:2349-5162, Vol.8, Issue 11, page no. ppb767-b774, November-2021, Available at : http://www.jetir.org/papers/JETIR2111195.pdf

Publication Details

Published Paper ID: JETIR2111195
Registration ID: 317051
Published In: Volume 8 | Issue 11 | Year November-2021
DOI (Digital Object Identifier):
Page No: b767-b774
Country: betul, Madhaya Pradesh, India .
Area: Arts
ISSN Number: 2349-5162
Publisher: IJ Publication


Preview This Article


Downlaod

Click here for Article Preview

Download PDF

Downloads

000562

Print This Page

Current Call For Paper

Jetir RMS