UGC Approved Journal no 63975(19)

ISSN: 2349-5162 | ESTD Year : 2014
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Volume 11 | Issue 10 | October 2024

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Published in:

Volume 10 Issue 11
November-2023
eISSN: 2349-5162

UGC and ISSN approved 7.95 impact factor UGC Approved Journal no 63975

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Published Paper ID:
JETIR2311026


Registration ID:
527356

Page Number

a164-a167

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Jetir RMS

Title

Kishoravastha Shiksha ki chunautiyan aur samadhan

Abstract

सारांश – किशोरावस्था वह काल है जो बचपन को व्यस्कता से जोडती है। किशोरावस्था के दौरान बालक और बालिकाओं में तेजी से शारीरिक, भावनात्मक,मनोवैज्ञानिक और शारीरिक परिवर्तन होता है। यह मानव जीवन के सर्वाधिक परिवर्तन और किकास का चरण है। किशोर बालक और बालिकाओं की संख्या विश्व की कुल आबादी का लगभग पॉचवा हिस्सा है और इसलिए इनकी विशिष्ट जरूरतें अनिवार्य रूप से विचारणीय हो जाती है। किशोरो में होने वाले अचानक परिवर्तनों को समझने के लिए प्रामाणिक स्रोतों की उपलब्धता नहीं के बराबर होने से किशोरों के बीच भ्रम की स्थिति और अशांति को जन्म देती है। किशोरावस्था भावनात्मक असंतुलन और तनाव की अवधि है। किशोरों में कभी कभी अधिक उत्साह और भावनाओं का अतिरेक भी देखा जाता है। जब किशोर की जिज्ञासा ठीक से शांत नहीं होती है और उनके बातो पर सहानुभूति पूर्वक विचार नहीं किया जाता है तो ऐसी स्थिति में किशोरो में मानसिक और भावनात्मक तनव उत्पन्न हो जातें हैं। किशोरों पर टी. वी.,कम्यूटर और इंटरनेट जैसे इलेक्ट्रोनिक मीडिया का प्रभाव आज के वर्तमान युग में अत्यधिक पड़ रहा है जिस कारण किशोरों में संज्ञानात्मक अपरिपक्वता, भावनात्मक असंतुलन और मानसिक तनाव उत्पन्न हो रहें हैं। इन्हीं कारणों से किशोर छात्र (12-18 आयु वर्ग) अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में असमर्थ हो जाते हैं। प्रस्तृत लेख वर्तमान युग के संदर्भ में किशोरावस्था की कुछ समस्याओं का पहचान करने और किशोरावस्था शिक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर अपना विचार व्यक्त करने एवं व्यावहारिक समाधान की संभावनाओं का पता लगाने के लिए एक प्रयास है।

Key Words

शब्द कुंजी - किशोरावस्था ,मनोवैज्ञानिक , संवेगात्मक परिवर्तन, व्यक्तिगत विकास ,किशोर न्याय अधिनियम

Cite This Article

"Kishoravastha Shiksha ki chunautiyan aur samadhan", International Journal of Emerging Technologies and Innovative Research (www.jetir.org), ISSN:2349-5162, Vol.10, Issue 11, page no.a164-a167, November-2023, Available :http://www.jetir.org/papers/JETIR2311026.pdf

ISSN


2349-5162 | Impact Factor 7.95 Calculate by Google Scholar

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"Kishoravastha Shiksha ki chunautiyan aur samadhan", International Journal of Emerging Technologies and Innovative Research (www.jetir.org | UGC and issn Approved), ISSN:2349-5162, Vol.10, Issue 11, page no. ppa164-a167, November-2023, Available at : http://www.jetir.org/papers/JETIR2311026.pdf

Publication Details

Published Paper ID: JETIR2311026
Registration ID: 527356
Published In: Volume 10 | Issue 11 | Year November-2023
DOI (Digital Object Identifier):
Page No: a164-a167
Country: Muzaffarpur , Bihar , India .
Area: Other
ISSN Number: 2349-5162
Publisher: IJ Publication


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